
Feminist Writer, Poet and Columnist Literature
Shobha Akshar
अपनी कलम एवं मुखर आवाज़ से लगातार साहित्य, सिनेमा, कला, सामाज से जुड़े विभिन्न विषयों पर ज़रूरी हस्तक्षेप। वर्तमान में शोभा अक्षर, प्रेमचन्द द्वारा स्थापित बहुचर्चित प्रतिष्ठित हिन्दी पत्रिका ‘हंस’ में संपादन सहयोग के पद पर कार्यरत हैं । पूर्व में 'पाखी पब्लिशिंग हाउस' की मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में कार्यरत रहीं। साथ ही प्रतिष्ठित हिन्दी साहित्यिक पत्रिका ‘पाखी’ में सहायक संपादक और डिजिटल एडिटर के पद पर रह कर भी कार्य किया। इससे पूर्व 'वाणी प्रकाशन ग्रुप' की एसोसिएट एडिटर के रूप में कार्य कर चुकी हैं। शोभा अक्षर ने ‘दि संडे पोस्ट’, ‘ईटीवी भारत’, ‘एक्सप्रेस टीवी’, आदि में भी विशिष्ठ पदों पर रहते हुए पत्रकारिता के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय कार्य किया । इनकी कविता 'नाक' जो कि चाइल्ड एब्यूज पर आधारित है, अब तक भारत की आठ भाषाओं और बोलियों में अनुवादित हो चुकी है। ‘पाखी’ पत्रिका में आपके मासिक स्तंभ ‘द पर्पल पॉइंट’ को खूब सराहा जा रहा है जहां आप जेंडर इक्वालिटी, सोशल जस्टिस, यौनिकता पर हर माह खुल कर अपनी बात रखती हैं।