मल्लिका मुखर्जी
जन्म: 23 अक्टूबर, 1956, चंदननगर (पश्चिम बंगाल)
शिक्षा : एम. ए. (अर्थशास्त्र)
एम. ए. (हिन्दी)
संप्रति : इंडियन ऑ डि ट एंड अकाउंट्स डिपार्टमेंट के कार्यालय, प्रिंसिपल डायरेक्टर ऑफ ऑडिट, गुजरात, अहमदाबाद से सीनियर ऑडिट ऑफिसर के पद से अक्टूबर 2016 में सेवानिवृत्त.
वर्तमान में स्वतंत्र लेखन.
साहित्यिक उपलब्धियाँ :
1. "मौन मिलन के छन्द"- काव्य-संग्रह (2010)
2. "एक बार फिर" - काव्य-संग्रह (2015)
3. "यू एंड मी...द अल्टिमेट ड्रीम ऑफ लव" हिन्दी चैट उपन्यास- सह लेखक श्री अश्विन मेकवान (2019)
4. "मेरा स्वर्णिम बंगाल" यात्रा संस्मरण (2020)
प्रकाशित अनुवाद कार्य -
1. "नयन जे धन्य" (2016)
(माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के गुजराती काव्य-संग्रह ‘आँख आ धन्य छे’ के डॉ. अंजना संधीर द्वारा किये गए हिन्दी काव्यानुवाद ‘आँख यह धन्य है’ का बांग्ला काव्यानुवाद)
2. "भारत की आज़ादी की लड़ाई के अमर शहीद" ( 2020)
(स्मिता ध्रुव की गुजराती पुस्तक ‘भारतनी आज़ादीना अनामी शहीदो’ का हिन्दी अनुवाद)
3. "जलेर ओपारे" (2021)
(श्री प्रबोध गोविल के हिन्दी उपन्यास "जल तू जलाल तू" का बांग्ला अनुवाद)
प्रकाशित साझा संकलन-
डॉ. अंजना संधीर द्वारा संपादित परिचयात्मक हिन्दी काव्य संकलन ‘स्वर्ण आभा गुजरात’ (2013) में कविताएँ तथा साझा कहानी संकलन ‘स्वर्ण कलश गुजरात’ (2016) में कहानी का प्रकाशन
चन्द्रप्रभा सूद द्वारा संपादित फेसबुक मित्रों की रचनाओं के काव्य संकलन ‘कविता अनवरत-3’ (2015), ‘कविता अनवरत-1’ (2017) तथा "कविता अभिराम" खंड-1 (2018) में कविताओं का प्रकाशन
नीलम कुलश्रेष्ठ द्वारा संपादित ‘घर की मुंडेर से कूकती स्त्री कलम’ (2018) में कविताओं का प्रकाशन
विभिन्न पत्रिकाओं में काव्य, कहानियाँ, लेख आदि का प्रकाशन
सम्मान :
वर्ष 2008 में गुजरात राज्य, हिन्दी साहित्य परिषद द्वारा आयोजित ‘काव्य प्रतियोगिता’ में द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर रजतपदक से सम्मानित
वर्ष 2010 में ‘कहानी प्रतियोगिता’ में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर रजतपदक से सम्मानित
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के केंद्रीय हिंदी निदेशालय द्वारा संचालित ‘हिंदीतर भाषी हिंदी लेखक पुरस्कार’ योजना के अंतर्गत वर्ष 2016 के लिए काव्य-संग्रह "एक बार फिर" को प्रशस्ति पत्र के साथ रूपये 1,00,000/- रुपए का नकद पुरस्कार
मोबाइल नं : 09712921614
ई मेल : mukherjee.mallika@gmail.com